प्रश्न- अप्रैल 2019 में सेंटर ऑफ़ सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी (सीसीएमबी), हैदराबाद ने किस संस्थान के साथ मिलकर नोबेल कोरोना वायरस के समग्र जिनोम सीक्वेंसिंग पर काम करना शुरू कर दिया है?
(a) भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, बॉम्बे
(b) इंस्टिट्यूट ऑफ़ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी, नई दिल्ली
(c) ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ हाइजीन एंड पब्लिक हेल्थ
(d) नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल
उत्तर – (b)
संबंधित तथ्य
- अप्रैल 2019 में वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान केंद्र (सीएसआईआर) के दो संस्थान सेंटर ऑफ़ सेल्यूलर एंड मॉलेक्युलर बायोलॉजी, हैदराबाद और इंस्टिट्यूट ऑफ़ जीनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी, नई दिल्ली ने नोबेल कोरोना वायरस के समग्र जिनोम सीक्वेंसिंग पर संयुक्त रूप से काम करना शुरू किया है।
- इससे हमें वायरस के एवोलुअशन, यह कितना डायनैमिक है और कितनी जल्दी यह इमिटेट होता है को समझने में सहायता मिलेगी।
- इस अध्ययन से हमें या जानने में सहायता प्राप्त होगी की कितनी जल्द यह इवोल्व करता है और इसके भविष्य क्या पहलू हो सकते हैं।
- समग्र जीनोम सीक्वेंसिंग किसी विशिष्ट और्गेनिजम के जीनोम के संपूर्ण डीएनए सीक्वेंस को निर्धारित करने हेतु प्रयुक्त प्रणाली है।
लेखक –विजय प्रताप सिंह
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