जुडिमा वाइन राइस को जीआई टैग

Assam’s Dimasa people’s Judima rice wine finally gets a GI tag

प्रश्न-सितंबर‚ 2021 में असम की जुडिमा वाइन राइस को भौगोलिक संकेतक (जीआई टैग) प्रदान किया गया। इस वाइन के संबंध में विकल्प में कौन-सा तथ्य सही नहीं है?
(a) असम की जुडिमा वाइन राइस को भौगोलिक संकेत रजिस्ट्री (चेन्नई) द्वारा भौगोलिक संकेतक प्रदान किया गया है।
(b) यह वाइन भौगोलिक संकेतक प्राप्त करने वाली पूर्वोत्तर की दूसरी पारंपरिक शराब बन गई है।
(c) जुडिमा असम की डिमासा जनजाति द्वारा घरेलू/स्थानीय स्तर पर चावल से निर्मित की जाती है।
(d) जुडिमा चिपचिपा चावल या स्टिकी राइस (बोरा नामक चिपचिपा चावल) से निर्मित की जाती है।
उत्तर—(b)
संबंधित तथ्य

  • सितंबर‚ 2021 में असम की जुडिमा वाइन राइस को भौगोलिक संकेतक रजिस्ट्री (चेन्नई) द्वारा भौगोलिक संकेतक (जीआईटैग) प्रदान किया गया है।
  • यह वाइन भौगोलिक संकेतक टैग हासिल करने वाली पूर्वोत्तर की पहली पारंपरिक शराब बन गई है।
  • जुडिमा‚ असम की डिमासा जनजाति द्वारा घरेलू /स्थानीय स्तर पर चावल से निर्मित शराब है।
  • यह भौगोलिक संकेतक (जीआईटैग) प्राप्त करने वाली कार्बी आंगलोंग और दिमा हसाओं के पहाड़ी जिलों का दूसरा उत्पाद है।
  • इससे पूर्व मणिपुर की प्रसिद्ध हथेई मिर्च और तामेंगलोंग संतरा को जीआई टैग प्राप्त हुआ है।
  • काजी नेमू (एक प्रकार का नीबू) और असमिया चोकुवा चावल असम के अन्य जीआई टैग प्राप्त उत्पाद हैं‚ जिन्हें 2019 में जीआई टैग प्रदान किया गया था।
  • जीआई एक विशिष्ट संकेतक है जिसका उपयोग एक निश्चित भौगोलिक क्षेत्र में उत्पन्न होने वाली विशिष्ट विशेषताओं वाली वस्तुओं की पहचान करने के लिए किया जाता है।
  • एक भौगोलिक संकेतक के पंजीकरण को वस्तुओं के भौगोलिक संकेतक (पंजीकरण और संरक्षण) अधिनियम‚ 1999 द्वारा विनियमित किया जाता है।
  • एक भौगोलिक संकेतक के पंजीकरण की वैधता अवधि 10 वर्ष होती है।

लेखक-विजय प्रताप सिंह

संबंधित लिंक भी देखें…
https://www.thehindu.com/news/national/judima-dimasa-people-judima-rice-wine-of-dimasa-people-gi-tag/article36708733.ece