भारत-दक्षिण कोरिया व्यापार दोगुना तक बढ़ाने हेतु सहमत

प्रश्न-दक्षिणकोरिया के राष्ट्रपति मून-जेई-इन 8-11 जुलाई, 2018 को भारत के पहले राजकीय दौरे पर आए, जहां पर उन्होंने 11 समझौतों पर हस्ताक्षर किए जो दोनों देशों के साझे व्यापार को 2030 तक 50 विलियन डॉलर के स्तर तक बढ़ाएगा। समझौते में कौन सम्मिलित नहीं हैं?
(a) सांस्कृतिक आदान-प्रदान
(b) भविष्य रणनीतिक समूह का गठन
(c) रानी सूरी-रत्ना संग्रहालय प्रोजेक्ट
(d) दक्षिण कोरिया में विदेश संस्थान की स्थापना
उत्तर-(d)
संबंधित तथ्य

  • भारत एवं दक्षिण कोरिया के मध्य 10 जुलाई, 2018 को 11 समझौते संपन्न हुए जिनमें प्रारंभिक हार्वेस्ट पैकेज हेतु व्यापक अर्थिक साझेदारी समझौता (CEPA), व्यापार में छूट, भविष्य के लिए रणनीतिक समूहों का गठन, सांस्कृतिक आदान-प्रदान (2018-2022), वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान के क्षेत्र में सीएसआईआर और एनएसटी के मध्य समझौता।
  • भारत के डिजाइन और मानक शोध संगठन, और कोरिया के रेलरोड शोध संस्थान में सहयोग के लिए समझौता, बायोटेक्नोलॉजी एवं बायोइकोनॉमिक्स के क्षेत्र में सहयोग, सूचना एवं दूरसंचार क्षेत्र में तथा लघु व सूक्ष्म उद्योग के विकास और गुजरात राज्य व कोरिया व्यापार संवर्धन एजेंसी के मध्य समझौते के अतिरिक्त रानी सूरीरत्ना संग्रहालय प्रोजेक्ट सम्मिलित हैं।
  • दक्षिण कोरिया भारत में निवेश के साथ-साथ मेक इन इंडिया पहल का प्रमुख साझीदार देश भी हैं।
  • दक्षिण कोरिया, भारत की ‘Act East Policy’ तथा भारत दक्षिणकोरिया की ‘New Southen Strategy’ से दक्षिण क्षेत्रों में शांति कायम करने में योगदान देने के लिए, दोनों देशों ने एक दूसरे की प्रशंसा की।
  • 9 जुलाई, 2018 को नोएडा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कोरिया के राष्ट्रपति मून जेई-इन तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ की मौजूदगी में सैमसंग के नए प्लांट का उद्घाटन किया गया।
  • भारत और दक्षिण कोरिया टू-प्लस-टू वार्ता के साझीदार देश भी हैं।
  • दक्षिण कोरिया की राजधानी सियोल व मुद्रा दक्षिण कोरिया वॉन हैं।
  • वर्तमान में भारत-दक्षिण कोरिया का व्यापार 20 विलियन डॉलर हैं तथा दोनों देश ‘विशेष रणनीतिक भागीदारी’ को और अधिक मजबूती देने के लिये कटिबद्ध हैं।
  • भारत और दक्षिण कोरिया के वैदेशिक संबंध समृद्धि एवं सुरक्षा (Prosperity and Secrity) के मध्य संबंधों को पहचान कर नेविगेशन, ओवरफ्लाइट, कानूनी वाणिज्य की स्वतंत्रता को विशेष महत्व प्रदान किया है।
  • दोनों देश द्विपक्षीय साझेदारी में प्रगति को मजबूती प्रदान करने के लिए नियमित उच्चस्तरीय वार्ता व नेतृत्व स्तर पर संपर्क को अधिक महत्व देने पर भी सहमत हुए।
  • प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति मून द्वारा कोरिया के पूर्ण परमाणु निःशस्त्रीकरण के प्रयासों की सराहना की तथा शांति सुनिश्चित करने में सहयोग देने का वादा भी किया।

लेखक अश्वनी सिंह

संबंधित लिंक…
https://indianexpress.com/article/india/pm-modi-moon-jae-in-pact-signed-indian-marine-exports-eye-south-korea-market-5253941/
https://www.mea.gov.in/bilateral-documents.htm?dtl/30040/List+of+MoUsDocuments+signed+between+India+and+the+Republic+of+Korea+during+the+State+Visit+of+President+of+Korea+to+India