प्रश्न-हाल ही में केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग नौवहन, जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने वार्षिक रिपोर्ट ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2016’ जारी की। इसके अनुसार, किस शहर में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं हुईं?
(a) दिल्ली
(b) मुंबई
(c) चेन्नई
(d) कोलकाता
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य
- 6 सितंबर, 2017 को केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग, नौवहन जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्री नितिन गडकरी ने वार्षिक रिपोर्ट भारत में सड़क दुर्घटनाएं 2016 जारी की।
- इस रिपोर्ट के अनुसार, देश में वर्ष 2016 के दौरान 4,80,652 सड़क दुर्घटनाएं हुईं जबकि वर्ष 2015 में 5,01,423 सड़क दुर्घटनाएं हुई थीं।
- इस अवधि के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में लगभग 1,50,785 लोग मारे गए जबकि वर्ष 2015 में इन दुर्घटनाओं में लगभग 1,46,133 लोगों की मृत्यु हुई थी।
- इस प्रकार वर्ष 2016 के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में 4.1 प्रतिशत की कमी तथा मरने वालों की संख्या में 3.2 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई।
- जबकि वर्ष 2017 की पहली छमाही के दुर्घटना संबंधी आंकड़े उत्साहवर्धक हैं, इसमें जनवरी से जुलाई, 2017 के बीच सड़क दुर्घटनाओं में 3 प्रतिशत तथा सड़क दुर्घटनाओं में होने वाली मौतों की संख्या में 4.75 प्रतिशत की गिरावट आई है।
- वर्ष 2016 के दौरान देश में कुल सड़क दुर्घटनाओं का 86 प्रतिशत 13 राज्यों में देखने को मिला।
- ये राज्य हैं-तमिलनाडु, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना, गुजरात, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और हरियाणा।
- वर्ष 2016 के दौरान सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले कुल व्यक्तियों का 84 प्रतिशत उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र, कर्नाटक, राजस्थान, मध्य प्रदेश, आंध्र प्रदेश, गुजरात, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल, पंजाब, हरियाणा और बिहार में रहा।
- रिपोर्ट के अनुसार चेन्नई में सबसे अधिक (7,486 ) सड़क दुर्घटनाएं हुईं।
- जबकि दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं में सबसे अधिक (1,591) मारे गए।
- वर्ष 2016 में सड़क दुर्घटनाओं के शिकार 18-35 आयु वर्ग के युवाओं की संख्या 46.3 प्रतिशत (69,851 व्यक्ति) और 18-45 आयु वर्ग के लोगों की संख्या 68.6 प्रतिशत (1,03,409 व्यक्ति) थी। जबकि 18-60 आयु वर्ग के लोगों की संख्या 83.3 प्रतिशत (1,25,583 व्यक्ति) थी।
- प्रति लाख आबादी में दुर्घटनाओं की संख्या वर्ष 2010 में 42.5 थी जो वर्ष 2016 में घटकर 37.9 हो गई।
- प्रति लाख आबादी पर घायल व्यक्तियों की संख्या वर्ष 2010 में 44.8 थी जो वर्ष 2016 में घटकर 39.0 हो गई।
- प्रति लाख आबादी में मरने वालों की संख्या मामूली रूप से बढ़कर वर्ष 2016 में 11.9 हो गई जो वर्ष 2010 में 11.4 थी।
- कुल सड़क दुर्घटनाओं का 29.6 प्रतिशत और सड़क दुर्घटनाओं में मारे गए कुल व्यक्तियों का 34.5 प्रतिशत राष्ट्रीय राजमार्गों से संबंधित हैं।
- वाहनों की श्रेणी में सबसे अधिक दुपहिया वाहन (33.8 प्रतिशत) सड़क दुर्घटनाओं का शिकार हुए।
- इसके बाद कार, जीप और टैक्सियां (23.6 प्रतिशत), ट्रक, टैम्पो, टैक्टर और अन्य वाहन (21.0 प्रतिशत), बस (7.8 प्रतिशत), ऑटो रिक्शा (6.5 प्रतिशत) तथा अन्य मोटर वाहन (2.8 प्रतिशत) सड़क दुर्घटनाओं की चपेट में आए।
- कुल सड़क दुर्घटनाओं की चपेट में आने वाले दुपहिया वाहनों की संख्या वर्ष 2015 में 28.8 प्रतिशत थी जो वर्ष 2016 में बढ़कर 33.8 प्रतिशत हो गई।
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http://pib.nic.in/newsite/PrintRelease.aspx?relid=170577
http://pib.nic.in/newsite/PrintHindiRelease.aspx?relid=66977