आन्ध्र प्रदेश सरकार ने सौर और पवन ऊर्जा की नीति को स्वीकृति प्रदान की

प्रश्न-आंध्र प्रदेश में अभी कितनी पवन ऊर्जा उत्पादित की जा रही है?
(a) 125 मेगावाट
(b) 130 मेगावाट
(c) 127 मेगावाट
(d) 135 मेगावाट
उत्तर-(c)
संबंधित तथ्य

  • 2 फरवरी, 2015 को आंध्र प्रदेश सरकार ने सौर और पवन ऊर्जा की नीति को स्वीकृति प्रदान की।
  • मंत्रिमंडल द्वारा स्वीकृत इस नयी नीति का लक्ष्य आने वाले पांच सालों में राज्य को सौर ऊर्जा क्षेत्र में देश का प्रथम राज्य बनाना है।
  • नयी नीति के अनुसार एकल खिड़की प्रणाली (Single Window Method) प्रस्तावित की गयी है जो पवन ऊर्जा और ऊर्जा पार्क की सुविधाओं के लिए अनुमोदन प्रदान करेंगी।
  • पवन और सौर ऊर्जा उपक्रम स्थापित करने के लिये भूमि संबंधित अनुमतियां शीघ्रता से प्रदान की जायेंगी। जिला कलेक्टर को पवन ऊर्जा परियोजनाओं के मामले में भूमि आवंटित करने का अधिकार प्रदान किया गया है।
  • नव स्थापित सौर एवं पवन ऊर्जा उपक्रम द्वारा राज्य के भीतर बिजली बेचने पर कोई अधिभार नहीं लगाया जायेगा।
  • सौर एवं पवन ऊर्जा उद्योग को सभी प्रकार की मंजूरी देने में अन्य उद्योगों के समान बराबरी का अधिकार दिया जायेगा।
  • अभी आंध्र प्रदेश सरकार 127 मेगावाट सौर ऊर्जा उत्पादित कर रही है जिसे अगले पांच वर्ष में 5,000 मेगावट उत्पादित करने का लक्ष्य रखा गया है।
  • वर्तमान पवन ऊर्जा का उत्पादन 897 मेगावाट है जिसे 2020 तक 4,000 मेगावाट उत्पादित करने का लक्ष्य है।

संबंधित लिंक भी देखें…
http://www.nsefi.in/2015/02/andhra-government-aims-to-make-the-state-the-number-one-in-solar-energy/
http://www.thehindubusinessline.com/news/states/ap-approves-solar-wind-energy-policy/article6848973.ece