प्रश्न-केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा राष्ट्रीय अकादमिक डिपॉजिटरी (राष्ट्रीय शैक्षणिक निक्षेपागार) की स्थापना और संचालन प्रक्रिया को मंजूरी प्रदान की गई थी-
(a) मार्च, 2016 में
(b) अक्टूबर, 2016 में
(c) जनवरी, 2017 में
(d) अप्रैल, 2017 में
उत्तर-(b)
संबंधित तथ्य
- 1 दिसंबर, 2017 को वाईएमसीए विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, फरीदाबाद और राष्ट्रीय अकादमिक डिपॉजिटरी (एनएडी) प्रकोष्ठ स्थापित करने हेतु समझौता किया गया।
- राष्ट्रीय अकादमिक डिपॉजिटरी (एनएडी) शैक्षणिक दस्तावेजों का एक ऑनलाइन स्टोर है, जहां शैक्षणिक संस्थान द्वारा डिग्री, डिप्लोमा, प्रमाण-पत्र तथा मार्क-शीट्स को डिजिटल प्रारूप में रखा जाता है।
- ज्ञातव्य है कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अपने परिपत्र में विश्वविद्यालयों को एनएडी प्रकोष्ठ स्थापित करने तथा अकादमिक दस्तावेजों की डिजिटल रूप में प्रमाणिकता सुनिश्चित बनाए रखने हेतु सरकार द्वारा अनुमोदित नामतः एनएसडीएल डाटाबेस मैनेजमेंट लिमिटेड तथा सीडीएसएल वेंचर्स लिमिटेड में से किसी एक के साथ सर्विस लेवल एग्रीमेंट करने के लिए कहा था।
- दस्तावेंजों के डिजिटल होने से भावी नियोक्ताओं तथा शैक्षिक संस्थानों को विद्यार्थियों के अकादमिक प्रमाण-पत्रों की सत्यापन प्रक्रिया में आसानी होगी।
- इस विश्वविद्यालय द्वारा एनएडी प्रकोष्ठ के लिए सहायक कुलसचिव डॉ. सचिन गुप्ता को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है जो डॉ. नरेश चौहान (विश्वविद्यालय में डिजिटल इंडिया कार्यक्रम के नोडल अधिकारी) की देख-रेख में कार्य करेंगे।
- ज्ञातव्य है कि केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा अक्टूबर, 2016 में राष्ट्रीय अकादमिक डिपॉजिटरी की स्थापना और संचालन को मंजूरी प्रदान की गई थी।
- इसका संचालन सत्र 2017-18 से शुरू हुआ।
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